जनकपुर (मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर)
संपादक : नत्थू पयासी
जनकपुर थाना क्षेत्र के माड़ीसरई जंगल में हुई सनसनीखेज डकैती को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन अब तक पुलिस को आरोपियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। साप्ताहिक बाजार से लौटते समय सोनी व्यापारियों पर हमला कर डकैतों ने लाखों रुपये के जेवर और नगद लूट लिए थे।
यह वारदात 5 जून की शाम की है जब हरचौका साप्ताहिक बाजार से लौट रहे सोनी व्यापारियों को माड़ीसरई के पास जंगल के भीतर घात लगाए डकैतों ने घेर लिया। डकैतों ने दोनों भाइयों पर फायरिंग कर दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद आरोपियों ने उनसे सोने-चांदी के जेवर और नगद राशि लूटकर मौके से फरार हो गए।
इलाज के बाद खतरे से बाहर, लौटे घर
घायलों को तत्काल शहडोल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां ऑपरेशन के बाद उनके शरीर से गोलियां निकाली गईं। डॉक्टरों के अनुसार, अब उनकी हालत स्थिर है और दोनों भाई इलाज के बाद घर लौट चुके हैं।
पुलिस जांच जारी, गिरोह के प्रोफेशनल होने की आशंका
पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला प्रोफेशनल डकैत गिरोह का प्रतीत होता है। चूंकि घटनास्थल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा से सटा हुआ घना जंगल है, इसलिए आरोपियों की तलाश में दिक्कतें आ रही हैं।
जनकपुर डकैती गोली कांड मामला
पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ की है और अनुमान है कि आरोपी वारदात के बाद मध्यप्रदेश की ओर भाग निकले हैं। जांच में सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय खुफिया नेटवर्क की भी मदद ली जा रही है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
अब भी जवाब का इंतज़ार
हालांकि घटना को एक सप्ताह बीत चुका है, लेकिन ना तो कोई गिरफ्तारी हुई है, ना ही लूट का कोई सुराग मिला है। आमजन और व्यापारी वर्ग में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराज़गी देखी जा रही है।