एमसीबी जिले के माड़ीसरई धान खरीदी केंद्र में किसानों की अनेक प्रकार की शिकायत है जहां पर किसानों द्वारा बताया गया कि यहां पर अव्यवस्थाए है जहां किसानों को खुद अपने मजदूर ले जाना पड़ रहा है समिति द्वारा धान तौल व भराई में मजदूरों की व्यवस्था नहीं की जा रही है वहीं किसानों से 41 कि लो 200 ग्राम ज्यादा धान लिया जा रहा है जबकि 40 किलों 200 ग्राम ही धान लेना है किसानों द्वारा यह भी बताया गया कि सरकार का निर्देश है कि प्रति एकड़ 21किवन्टल धान ली जानी है परन्तु समिति द्वारा 12 से 15 किवंटल ही खरीदी की जा रही है ऐसे में किसान दुविधा में हैं आखिर यह क्या है। जहां पर एक किसान द्वारा बताया गया कि 24 दिसम्बर को मेरे खाते में दूसरे के धान बेंच दिया गया है किसान द्वारा बताया कि मेरे द्वारा समिति प्रबंधक व तहसीलदार भरतपुर को लिखित आवेदन दिया गया कि मेरे खाते में बिना मेरे सहमति के धान न बेची जाए । वहीं किसान द्वारा बताया गया कि मुझे व मेरी बहन को फौत दिखाया जा रहा है जो जांच का विषय है??जो हम दोनों लोग जिन्दा है ??वहीं एक किसान ने बताया कि मेरे धान को नहीं खरीदा जा रहा है । किसानों की समस्या व अव्यवस्था को लेकर समिति प्रबंधक से बात करनी चाही तो क्या बताया सुनिए
