नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले प्राचार्य , शिक्षक,व वनकर्मी को पुलिस ने किया गिरफतार


भखार न्यूज छ.ग.

 एम.सी.बी. जिले के जनकपुर थाना क्षेत्र का मामला आया सामने जहां चार दरिंदों ने 

नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया एवं किसी से बताने पर जान से मारने की दी धमकी ।मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता की मां ने दिनांक 26 नवंबर 2024 को थाना जनकपुर में उपस्थित होकर लिखित शिकायत दर्ज कराई कि नाबालिग छात्रा किराए के मकान में रह पढ़ाई कर रही थी जहां पर एक‌ प्राचार्य, अशोक कुशवाहा, शिक्षक रावेन्द्र कुशवाहा, शिक्षक कुशल सिंह परिहार व बनवारी लाल वन कर्मी ने बहला फुसलाकर धोखे से जाल में फंसाया।

 *पहली घटना:* 15 नवंबर 2024 को, आरोपी रवीन्द्र कुशवाहा नाबालिग को शिक्षकों से पढ़ाई में मदद करने के बहाने अपनी कार में बैठाकर कुशल सिंह परिहार के घर ले गया। उस समय घर में कुशल सिंह परिहार और अशोक कुशवाहा मौजूद थे। घर का दरवाजा बंद कर, इन तीनों ने नाबालिग के साथ बेडरूम में दुष्कर्म किया।

 – *दूसरी घटना:*  22 नवंबर 2024 को शाम करीब 5 बजे, कुशल सिंह परिहार ने नाबालिग को बस स्टैंड के पास रोककर मोटरसाइकिल पर बैठाया और एक किराये के कमरे में ले गया। वहां कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा, और रवीन्द्र कुशवाहा ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया।
**पुलिस कार्रवाई:**
शिकायत पर थाना जनकपुर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया। केस अपराध क्रमांक 228/2024 के तहत भारतीय दंड संहिता की धाराओं 70(2), 49, 351(2), बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की धाराओं 6 और 17 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
 **आरोपियों की गिरफ्तारी:**
पुलिस ने पीड़िता और उसके परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद आरोपियों से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया। घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और अन्य वस्तुएं भी गवाहों के समक्ष जब्त की गईं।
– आरोपी कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा, रवीन्द्र कुशवाहा, और बनवारी सिंह को दिनांक 26 नवंबर 2024 को क्रमशः 3:15 बजे, 3:20 बजे, 3:25 बजे, और 3:30 बजे गिरफ्तार किया गया।
– सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।
 **वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी:**
मामले की जांच पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वाडेगांवकर व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अलेक्सियुस टोप्पो के मार्गदर्शन में हुई।
**जांच दल की भूमिका:**
थाना प्रभारी निरीक्षक दीपेश सैनी, सहायक उपनिरीक्षक धनंजय पाठक, महिला प्रआर 80 प्रियंका पाण्डेय, प्रआर संतोष साहू, जय कुमार ठाकुर, संजय पाण्डेय, आरक्षक दीपक मिंज, मदन राजवाड़े, मनोज कुमार, रवि सिंह और महिला आरक्षक प्रितिबिंदु मिंज ने मामले की जांच में विशेष भूमिका निभाई।
**न्याय की दिशा में कदम:**
पुलिस की तत्परता और समर्पित प्रयासों से आरोपी अब न्यायालय के समक्ष हैं। इस अमानवीय घटना ने समाज को झकझोर दिया है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।



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