कोरिया, सोनहत — कोरिया जिले के सोनहत क्षेत्र के रजौली बाजार में मंगलवार को हुई एक सड़क दुर्घटना ने न केवल एक युवक की जान ले ली, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर खामियों को भी उजागर कर दिया। ग्राम सोनहत निवासी जयचंद गुप्ता, जो मोटरसाइकिल से टमाटर बेचने जा रहे थे, अमहर के पास एक पिकअप वाहन की टक्कर से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सोनहत लाया गया, लेकिन उपचार में हुई लापरवाही के चलते उनकी मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों का आरोप है कि जयचंद को समय पर ऑक्सीजन नहीं दी गई। इस लापरवाही के लिए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) श्रेष्ठ मिश्रा पर सीधे तौर पर आरोप लगाया गया है। लोगों का कहना है कि यदि समय पर ऑक्सीजन और प्राथमिक चिकित्सा दी जाती, तो युवक की जान बच सकती थी।
BMO की लापरवाही से मरीज की मौत, ग्रामीण ने किया चक्का जाम
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने स्वास्थ्य केंद्र के सामने सड़क पर टायर जलाकर चक्का जाम कर दिया और BMO को हटाने की मांग की। मौके पर पहुंचे एसडीएम राकेश साहू, तहसीलदार उमेश कुशवाहा और थाना प्रभारी हेमंत अग्रवाल ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।
आंदोलनकारियों को शांत करने के लिए बीएमओ के तबादले और तीन दिन के भीतर कार्रवाई का भरोसा दिया गया, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया। सीएमएचओ द्वारा फोन पर कार्रवाई का आश्वासन, और अपर कलेक्टर को सौंपी गई लिखित शिकायत इस मामले को प्रशासन के उच्च स्तर तक पहुंचा चुकी है।
यह घटना न सिर्फ़ एक व्यक्ति की असामयिक मौत है, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य प्रणाली की नाकामी का स्पष्ट उदाहरण है। ऐसे मामलों में तत्काल और निष्पक्ष जांच आवश्यक है ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो और आम जनता का विश्वास स्वास्थ्य व्यवस्था में बना रहे।