भरतपुर/छत्तीसगढ़
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर: (एमसीबी) जिले के भरतपुर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में अपनी समस्याओं व लंबित मांगों के निराकरण हेतु छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ ने कलेक्टर को दिया गया आवेदन । जिसमें निम्न समस्या व लंबित मांगे हैं जहां संगठन समय समय पर अपनी लंबित मांगों को लेकर आपके समक्ष प्रस्तुत करते आया है वहीं आप हमेशा सहानुभूति पूर्वक हमारी मांगो पर विचार करते हुए पूरा करते आए हैं।इसी तारतम्य में जिले में कार्यरत कार्यकर्ता सहायिकाओं की महत्वपूर्ण समस्या व लंबित मांग रख रहे हैं उक्त समस्या व लंबित मांगों पर विचार करेंगे । जिनमें हमें भी सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए तव तक प्रति वर्ष 10 प्रति शत मानदेय मध्यप्रदेश सरकार की तर्ज पर बृधि की जाए । वहीं परिवेक्षक भर्ती तत्काल निकाली जाय आयु सीमा बन्धन हटाते हुए 50 प्रतिशत पदोन्नति दी जाए एवं सहायकों को शत-प्रतिशत पदोन्नति दी जाए और उम्र का बन्धन हटाया जाए।
पोषण टेकर एप में कार्य करने हेतु 5 जी मोबाइल व नेट खर्च व आने वाली समस्याओं का निराकरण किया जावे। एवं कार्यकर्ताओं का मान देय न कांटा जाए और न दबाव बनाया जाए वही आफ लाइन प्रशिक्षण दिया जाए ।
ग्रामीण क्षेत्रों में हमेशा बिजली गुल रहती है जिससे मोबाइल नेटवर्क की भारी समस्या हमेशा बनी रहती है।
कार्यकर्ता सहायिकाओं की सेवा समाप्त पर 10 लाख रुपए दिए जावे। कार्यकर्ता सहायिका को लम्बी विमारी होने पर मेडिकल छुट्टी के साथ मान देय दिया जाय ,प्रभार में दिए गए कार्यकर्ता सहायिकाओं को प्रोत्साहन राशि प्रैकी जाए, छत्तीसगढ़ महिला कोष से कार्यकर्ता व सहायकों ऋण उपलब्ध कराया जाए , ईंधन की राशि समय सीमा पर दी जाए, सभी केन्द्रों में एक चूल्हा व सेलेण्डर उपलब्ध कराया जाए ,आर टी आई के तहत 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चो को स्कूल में भर्ती किया जा रहा है
जिसके कारण आंगनबाड़ी में बच्चे कम हो रहें हैं , इसके लिए ठोस निर्णय लिया जाए जिससे आंगनबाड़ी में बच्चों की कमी न हो, सुपोषण चौपाल की राशि एवं मातृत्व वंदन की राशि प्रत्येक माह दी जाए, आंगनबाड़ी में प्रशिक्षण दिया जाता है जिसके दौरान शासन से कार्यकर्ताओं हेतु राशि आतीं हैं उसे खर्च किया जाए वही सम्मान सुविधा प्रणाली को बन्द किया जाए । इस कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं मौजूद रहीं ।