
एमसीबी:-हरचौका गांव में लगातार अवैध रेत उत्खनन हो रहा है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है और प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
और यह अवैध रेत उत्खनन लगभग 3-4 महीनो से चल रहा है लेकिन इस पर शासन प्रशासन अपने आंख पर पट्टी बांधकर के बैठे हुए हैं आखिर क्यों…?
क्या रेत माफियाओं से पूरा पुलिस प्रशासन खनिज विभाग भी मिला हुआ है….?
छोटे-मोटे चोर से लेकर बड़े चोर को पकड़ने वाली वह पुलिस अवैध रेत उत्खनन करने वाले रेत माफियाओं पर आखिर कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही,क्या रेत माफिया से पूरा पुलिस प्रशासन डर रहा या फिर पुलिस प्रशासन की भी मिली भगत है | क्या सिर्फ हम लोगों के लिए नियम कानून है
•क्या पुलिस प्रशासन सिर्फ आम जनता पर अपना कानून दिखता है
• क्या इन रेत माफिया के लिए कोई नियम कानून नहीं जो अवैध रेत उत्खनन कर रहे हैं और इन पर ना तो खनिज विभाग कोई कार्रवाई कर रहा है और ना तो पुलिस प्रशासन आखिर क्यों
• क्या ऊपर से लेकर के नीचे तक पूरा सिस्टम मिला हुआ है
• या फिर ऊपर से लेकर के नीचे तक पूरा सिस्टम मिला हुआ है या फिर पूरा सिस्टम रेत माफिया से डर रहा है…?
ग्रामीणों के सवाल:
- आखिर क्यों नहीं थम रहा हरचोखा में अवैध रेत खनन..?
- क्या खनिज विभाग और पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है यह कारोबार…?
- पर्यटन स्थल की प्राकृतिक सुंदरता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के लिए क्या कोई कदम उठाए जा रहे हैं?
स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायतों के बावजूद अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई गई। नदियों का प्रवाह प्रभावित हो रहा है, खेतों की उर्वरता घट रही है और ट्रकों की आवाजाही से ग्रामीण सड़कों की हालत बदतर हो चुकी है।
प्रशासन मौन, माफिया सक्रिय
जहां एक ओर ग्रामीण रेत माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं, वहीं पुलिस और खनिज विभाग की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। अब देखना यह है कि प्रशासन कब जागता है और इस अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।
#अवैध_खनन #हरचौका #प्रशासन_जागो
Read More : दिन से लापता युवक का पेड़ से लटका मिला शव,परिजनों ने जताई हत्या की आशंका