जिले के दूरस्थ क्षेत्र कोटाडोल में शिविर का हुआ आयोजन, योजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी…. सीईओ


भखार न्यूज छत्तीसगढ़

एमसीबी/06 मई 2025/ मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के भरतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम कोटाडोल में विशेष समाधान शिविर का आयोजन किया गया, जिसने अपने आयोजन स्थल की सादगी और आत्मीयता से सभी का ध्यान आकर्षित किया। यह शिविर गांव के पुराने आम और महुआ के पेड़ों की शीतल छांव में आयोजित किया गया, जिसने न केवल ग्रामीण परिवेश की गरिमा को बढ़ाया बल्कि इसे एक पारंपरिक और संवेदनशील रूप भी प्रदान किया। शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें अधिकारियों ने ग्रामीणों को उनकी पात्रता, लाभ और आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष स्टॉल लगाया गया, जिसमें स्वास्थ्य परीक्षण और जांच की व्यवस्था की गई थी। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इन सुविधाओं का लाभ उठाया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण समाज में जागरूकता और सुविधा दोनों की आवश्यकता को यह शिविर पूरा कर रहा है। ‘समाधान तिहार’ के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटाडोल सहित खमरौद, खिरकी, कमर्जीखोह, नेउर, नौगई, मसर्रा, मुर्किल, बडगांवखुर्द, ठिसकौली, देवसिंल और कटवार जैसे अनेक गांवों से प्राप्त आवेदनों पर की गई कार्रवाई की जानकारी शिविर में साझा की गई। हितग्राहियों और आवेदकों को यह स्पष्ट रूप से बताया गया कि उनकी समस्याओं पर क्या निर्णय लिया गया है और आगे की प्रक्रिया क्या होगी। यह पारदर्शिता प्रशासन के प्रति ग्रामीणों के विश्वास को और अधिक मजबूत करती है। भरतपुर ब्लॉक के कोटाडोल ग्राम में आयोजित समाधान शिविर में जिला पंचायत सीईओ अंकिता सोम की अध्यक्षता में विभिन्न योजनाओं की समीक्षा और हितग्राहियों से सीधा संवाद हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोटाडोल जैसे दूरस्थ क्षेत्र में शिविर का आयोजन इसलिए किया गया है ताकि शासन की योजनाएं सीधे आमजन तक पहुंचे और हर व्यक्ति को उसका हक मिल सके। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 3019 लाभार्थियों को पहली किस्त वितरित की जा चुकी है और शौचालय निर्माण के लिए भी स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे इस राशि का उपयोग ईमानदारी से करें, किसी ठेकेदार के भरोसे न रहें, बल्कि स्वयं निर्माण कार्य करें। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों का हवाला देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से ग्राम सभा में भाग लेने की अपील की, क्योंकि वहीं पर पात्रता की सूची तय होती है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्तमान में सर्वेक्षण जारी है और पात्र-अपात्र की सूची ग्राम सभा के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी। कोटाडोल क्षेत्र की सड़क और शिक्षा संबंधी मांगों को भी स्वीकृति दी गई है, जिन पर अगले कुछ महीनों में कार्य आरंभ होगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि 15 दिनों के भीतर समाधान शिविर में प्राप्त आवेदनों का निराकरण कर दिया जाएगा।

समाधान शिविर में उपस्थिति दर्ज कराते हुए उपेक्षा हीरा लाल मौर्या ने कहा कि सरकार लगातार जनहितकारी योजनाएं बना रही है और उन्हें धरातल पर लाने का प्रयास कर रही है। जिला जनसंपर्क अधिकारी की उपस्थिति में लोगों को योजनाओं की जानकारी दी गई और उनकी समस्याएं सुनी गईं। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में भी ग्रामीणों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं। सभी विभागों के अधिकारी मौके पर मौजूद थे और उन्होंने योजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान की। वहीं जिला पंचायत सदस्य सुखवंती सिंह ने सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और आमजन का आभार जताते हुए कहा कि समाधान शिविर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिसमें हर विभाग की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने अधिकारों को समझें और योजनाओं का लाभ उठाएं। किसी भी प्रकार की समस्या आने पर वे स्वयं भी संपर्क कर सकती हैं और हर समय आमजन के साथ खड़ी रहेंगी। इस शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत भरतपुर क्षेत्र से 333 आवासों की मांग दर्ज की गई है, जिन्हें आवास प्लस 2.0 के तहत लिया गया है। इन मामलों को उच्च न्यायालय में मार्गदर्शन हेतु भेजा गया है और आदेश मिलते ही सभी प्रकरणों का समाधान किया जाएगा। वहीं, तीन शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनकी जांच कर कार्रवाई की जा रही है। मोहन यादव और बदन यादव के आधार विवरण में अंतर के कारण उनके भुगतान में अड़चन आई थी, जिसे अब सुधार लिया गया है, लेकिन राशि अब तक प्राप्त नहीं हो सकी है। बैजनाथ जी का पंजीयन से पूर्व ही निधन हो गया था और नामिनी दर्ज न होने के कारण उनका मामला आपत्ति सहित निरस्त कर दिया गया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत अकुशल श्रमिकों को 261 रुपये की दैनिक मजदूरी दी जा रही है, जिसमें 100 दिनों की गारंटी के साथ 50 अतिरिक्त दिन का रोजगार भी शामिल है। योजना के तहत जल संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और संसाधन प्रबंधन जैसे कार्य किए जा रहे हैं। सामुदायिक और व्यक्तिगत विकास हेतु मुर्गी पालन, बकरी पालन जैसे कार्यों में भी सहायता दी जा रही है। ग्राम पंचायतों को सड़क, भवन, आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण आदि में भी मनरेगा से सहयोग प्राप्त हो रहा है। संगम अभियान के अंतर्गत समग्र ग्राम विकास की योजना बनाई जा रही है, जिसमें कृषि, जल संसाधन, पशुपालन और मनरेगा जैसे विभागों का समन्वय होगा। अभी तक 483 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनकी मांगों को सीमित बजट के अनुसार पूरा किया जाएगा।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों द्वारा आवेदन दिए गए हैं, जिनमें कुल 91 व्यक्तियों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों की जांच जिला पंचायत स्तर पर की जा रही है। इसी योजना के तहत 317 व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है और कुलदीप, कुंवर बहादुर, कारण सिंह, भारत लाल और गुड्डू यादव को भौतिक स्वीकृति भी प्रदान की गई है। क्रेड़ा विभाग द्वारा सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार के लिए समाधान शिविरों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में काम किया जा रहा है। चौक-चौराहों पर सोलर हाईमास्ट लाइट लगाने के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। सत्यवती बाई, मोतीलाल जी, संतोष कुमार सहित कई ग्रामीणों ने अपने घरों में सोलर लाइट की मांग रखी है, जिनके प्रस्ताव शासन को भेजे जा चुके हैं और स्वीकृति मिलते ही कार्यवाही की जाएगी। पंचायत भवन में सोलर लाइट लगाने हेतु भी प्रस्ताव भेजा गया है। भरतपुर ग्राम का सोलर प्लांट बैटरी बैंक की खराबी के कारण बंद है, जिसे चालू करने के लिए नया प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। वन अधिकार पत्र के लिए ट्राइबल विभाग द्वारा आवेदन लिए जा रहे हैं, जिन्हें आगामी ग्राम सभा में प्रस्तुत किया जाएगा और पंचनामों के आधार पर पात्र व्यक्तियों को अगले दो-तीन महीनों में वन अधिकार पत्र वितरित किए जाएंगे। समाधान शिविर में ग्रामीणों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी समस्याएं साझा कीं। जिला प्रशासन ने सभी सुझावों और मांगों को गंभीरता से लिया है और यह विश्वास दिलाया है कि शासन की योजनाओं का लाभ पारदर्शिता और ईमानदारी से हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा। इस समाधान शिविर के अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सुखवंती सिंह, श्रीमती बेला कुंवर आयाम जिला पंचायत सदस्य, हीरालाल मौर्य उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भरतपुर, श्रीमती कविता यादव जनपद सदस्य, श्रीमती सविता सिंह जनपद सदस्य, मनोज गुप्ता मंडल अध्यक्ष कोटाडोल, नरेश यादव मंडल अध्यक्ष जनकपुर, प्रदीप सिंह मंडल अध्यक्ष कुवांरपुर के साथ कोटाडोल, मुर्किल, कमर्जी, देवसिल, कटवार, ख़मरौध, ठिसकोली के सरपंच के साथ कोटाडोल उपसरपंच राजाराम के अलावा हीरालाल यादव, एसडीएम भरतपुर और सहायक विस्तार अधिकारी के साथ ग्रामीण जन उपस्थित थे।


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