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ग्रामीणो व कोटवार की सूझबूझ से 7 नग बेजुबान मवेशियों की बची जान वहीं 2 पशु तस्कर पकड़ाए व 2 फरार..?


संपादक : नत्थू पयासी 

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के थाना क्षेत्र जनकपुर ग्राम पंचायत जनुवा के आश्रित गांव जटखेरा की घटना है जहां विगद दिनों शनिवार के करीब 4 बजे सुबह एम पी के बार्डर वनसुशली होकर बनाश नदी से एक पिकप में चोरी की हुई 7 नग बेजुबान भैंसों को पिकप में ठूंस ठूंस कर मवेशी तस्कर कानपुर बूचड़खाना ले जाने के फिराक में थे तभी पानी गिर जाने के कारण वनाश नदी में पिकप फस गया। यह पिकप मध्यप्रदेश के छोटी सीधी लल्लू कुशवाहा की बताई जा रही है ।जहां पशु तस्कर लोग पिकप से उतार कर 7 नग बेजुबान भैंसों को मारते हुए पडौली जटखेरा के जन्गल होकर मध्यप्रदेश के मड़वास तरफ जाने के फिराक में थे

तभी गांव वालों ने देख डाला और कोटवार की मदद से मवेशियों को पकड़ कर व दो पशु तस्करों को पकड़ लिए वहीं अंधेरे का फायदा उठाते दो पशु भाग निकले। गांव वालों ने पूछताछ किया तो बताया गया कि दो पशु तस्कर मध्यप्रदेश के कुदरी गांव के है जिन्होंने अपना नाम रवि गौतम एवं अंकित यादव बताया वहीं दो पशु तस्कर भाग निकले जिसमें एक अमराडन्डी गांव अशम अहिरवार एवं एक मड़वास का बताया जा रहा है जो भाग चुके हैं। वहीं गांव वालों ने दो पशु तस्करों को जनकपुर थाना लाकर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। वहीं 7 नग भैंसों को गांव में सुरक्षित रखा गया है सूत्रों का यह भी कहना कि‌ ये पशु तस्कर बहुत दिनों से यह काम करते आ रहे हैं एवं साथ में रात के वक्त मादक पदार्थों की तस्करी भी करते आ‌ रहे हैं।

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कुछ दिन पहले रात को करीब 5 नग भैंसों पडौली होकर रात को ले जा रहे थे तभी गांव वालों ने दौड़ाया जहां 5 नग भैंसों को छोड़ कर रात का फायदा उठाकर भाग निकले थे सूत्र बताते हैं कि ये पशु तस्करों की कई टीमें बनी है

जिसमें एक टीम खाडाखोह बरहोरी गांव से मध्यप्रदेश में चोरी छिपे बेजुबान मवेशियों को पिकप में लोड कर भेजा जाता है वही दूसरी ओर जमथान से पिकप में भर कर बनसुकली उदकी झांसा होकर जन्गल रास्ते से एम पी पहुंच जाते हैं

वहां से उनकी दूसरी टीम तैनात रहती है आगे के लिए। वहीं अगर देखा जाए तो ‌छत्तीसगढ सरकार द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम भी लागू कर दिया है। उसके बावजूद भी पशु तस्करी बेखौफ की जा रही है जो जांच का विषय है।

वहीं बड़ी-बड़ी बात करने वाले गौ सेवक भी पशु तस्करी पर चुप्पी साधे हैं आखिर क्यों..??


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